Mahadev Desai is the Founder and CEO of gharpedia.com and SDCPL a leading design consultancy firm having strong national presence. He has a degree in Civil Engineering (BE) and Law (LLB) and has rich experience of 45 years. Besides being the Editor in Chief, he also mentors team at GharPedia. He is associated with many professional bodies. He is also co-founder of 1mnt.in the first in Industry software for contractors’ billing. He is a voracious reader, edited 4 books, and pioneer of book reading movement in Gujarat, India.
दरवाजा घर का एक अत्यंत महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, छत के बाद, यही घर की सुरक्षा के सबसे महत्वपूर्ण उद्देश्य को पूरा करता है। घर का मुख्य उद्देश्य आश्रय और सुरक्षा देना ही तो है।
इंटीरियर डिजाइन करते समय दरवाजे बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह घर की खूबसूरती को बढाता है और घर में विभिन्न कमरों को रोशनी और हवा देता है। जब घर से बाहर बहुत ज्यादा शोरशराबा होता है तब ये आवाज को भी रोकने का काम करता है। दरवाजे कमरे के अंदर का वातावरण बनाने के लिए भी उपयोग में लाए जाते हैं, ताकि इंटीरियर्स की हीटिंग या कूलिंग ज्यादा असरदार हो।
बाजार में तरह तरह के दरवाजे मिलते हैं जैसे कि फ्लश डोर, पैनल डोर, ग्लास डोर, पीवीसी डोर इ. सामान्य रूप से दरवाजों को निम्नलिखित आधार पर वर्गीकृत किया गया है।
ए. स्थान
बी. सामग्री
सी. डोर शटर का संचालन
डी. निर्माण की पद्धति
ई. दरवाजे के हिस्सों की व्यवस्था करना
ए. स्थान के आधार पर दरवाजों के प्रकार
जब भी आप अपने घर की रचना करते हैं तब यह जानना महत्वपूर्ण है कि दरवाजा कहां लगाया जा सकता है। दरवाजों की स्थिति के आधार पर दरवाजों का नीचे दिए अनुसार वर्गीकृत किया गया है:
01. इंटीरियरडोर
इंटीरियर दरवाजे कमरों को अलग करने के अलावा भी बहुत काम करते हैं और निजता (एकांत) दिलाते हैं। ये अनेक शौलियों में आता है और विभिन्न प्रकार की सामग्रियों से बनता है।
02. बाहरीडोर
बाहरी दरवाजे से घर में प्रवेश या बाहर निकला जाता है। ये आमतौर पर स्टील या लकडी के बने होते हैं।
बी. सामग्रियोंपरआधारितदरवाजोंकेप्रकार
दरवाजों की उपलब्ध सामग्रियों के प्रकार को जानने से आपको अपने घर के दरवाजों के लिए बेहतर फैसला करने में मदद मिल सकती है। दरवाजे विभिन्न प्रकार की सामग्रियों से बने होते हैं जैसे लकडी, स्टील, एल्युमिनियम, कॉंच, पीवीसी इ. दरवाजों के निर्माण के लिए प्रयुक्त सामग्री के आधार पर उन्हें निम्नलिखित तरीकों में वर्गीकृत किया गया है:
01. लकडी या टिंबर के डोर
लकडी या टिंबर का दरवाजा प्रमुख रूप से इंटीरियर डोर के प्रयोगों के लिए उपयोग में लाए जाते हैं। ये दरवाजे साउंड प्रूफिंग, इंसुलेशन या सुरक्षा प्रदान करते हैं। उनका संस्थापन करना और साफ करना आसान होता है।
02. ग्लासडोर (कॉंचकादरवाजा)
कॉंच के दरवाजे समृद्ध, सुंदर होते हैं और आपके घर में किसी भी प्रवेश मार्ग को रोशन करते हैं। लकडी की फ्रेम्स में लगा कट ग्लास पैनल फ्रंट डोर्स के लिए सुंदर विकल्प है। इस दरवाजे का खराब पहलू ये है कि ये आसानी से टूट जाते हैं।
03. स्टीलडोर
इंटीरियर तथा बाहरी प्रयोग में स्टील का दरवाजा उपयोग में लाया जाता है। ये दरवाजे सामने से स्टील के होते हैं जिनमें इंसुलेशन के लिए फोम कोर होता है। अन्य दरवाजों की तुलना में ये बहुत मजबूत होते हैं।
04. पीवीसीडोर
पीवीसी से बने दरवाजे वजन में हल्के होते हैं और उपयोग में आसान होते हैं। ये कई तरह की डिजाइनों तथा रंगों में मिलते हैं और सुंदर लगते हैं। इन दरवाजों का क्षरण नहीं होता और इन्हें बहुत ज्यादा रखरखाव की जरूरत नहीं होती, पर यह खरोंच रोधी नहीं है।
05. फाइबरग्लासडोर
फाइबरग्लास दरवाजा बाहरी प्रयोग के लिए आमतौर पर उपयोग में लाया जाता है। इस दरवाजे में कई डिजाइन विकल्प हैं और इन्हें अधिकतर आकारों और शैलियों में ढाला जा सकता है। ये दरवाजे टिकाऊ और ठोस होते हैं।
06. एल्युमिनियमग्लेज्डडोर
ग्लास पैनल के साथ एल्युमिनियम का दरवाजा वाणिज्यिक प्रयोगों में आमतौर पर उपयोग में लाया जाता है। ये मजबूत, टिकाऊ और सिक्योरिटी डोर के रूप में उपयोग में लाए जाते हैं।
सी. डोर शटर के प्रचालन पर आधारित दरवाजों के प्रकार
डोर शटर के प्रचालन के आधार पर दरवाजों को निम्नलिखित तरीकों से वर्गीकृत किया गया है:
01. रोलिंगशटरडोर
रोलिंग शटर डोर्स का उपयोग अधिकांशत: गैरेजों और दुकानों में किया जाता है। ये बहुत ही मजबूत होते हैं और उपयुक्त सुरक्षा देते हैं।
फोल्डिंग डोर का उपयोग अकेले किया जाता है या फोल्डिंग पार्टीशन के रूप में किया जाता है ताकि दो कमरों का उपयोग एक कमरे की तरह या अलग अलग किया जा सके।
03. स्लाइडिंगडोर
स्लाइडिंग डोर का उपयोग अधिकतर कार्यालयां में होता है। इन दरवाजों में उपलब्ध मुहाने (ओपनिंग) के आधार पर एक या अधिक स्लाइडिंग शटर होते हैं।
04. स्विंगिंगडोर
स्विंगिंग डोर्स का उपयोग अधिकतर ऑफिसों में होता है। इन दरवाजों के शटर फ्रेम पर जुडे होते हैं जो डबल एक्शन (दो तरफा काम करनेवाले) स्प्रिंग्स द्वारा संचालित होते हैं। इस तरह से शटर को अंदर और बाहर दोनों तरफ चलाया जा सकता हैं।
05. रिवॉल्विंगडोर
रिवॉल्विंग डोर का उपयोग अधिकतर ज्यादा आवाजाही वाली जगहों पर किया जाता है यानी सार्वजनिक इमारतों, अस्पतालों, इ. में. ये दरवाजे शटर के एक तरफ घूमते हैं और अपने आप बंद होते हैं।
06. कोलैप्सिबलडोर
कोलैप्सिबल डोर का उपयोग आवासीय इमारतों, दुकानों, गोडाउन्स में मुख्य प्रवेश द्वार के लिए किया जाता है। इन दरवाजों को हल्का खींच या धकेलकर खोला या बंद किया जा सकता है।
अपने घर के लिए किसी भी प्रकार के दरवाजे का चुनाव करने से पहले आपको निर्माण की पद्धति जाननी चाहिए। निर्माण की पद्धतियों के आधार पर दरवाजों को निम्नलिखित तरह से वर्गीकृत किया गया है:
01. पैनलडोर
पैनल डोर का घर के अंदर सबसे सामान्य रूप से उपयोग किया जाता है। यह डोर २,४ या ६ पैनल्स के साथ बना होता है। पैनल प्लायवुड, ब्लॉकबोर्ड, विनीयर, कॉंच, लकडी इ. का बना हो सकता है।
02. फ्लशडोर
आजकल फ्लश डोर का घरों में सबसे सामान्य रूप से उपयोग किया जा रहा है। इस डोर की सतह पर दोनों तरफ कोई जोड नहीं होता।
03. लूवर्डडोर
लूवर्ड डोर का उपयोग तब किया जाता है जब प्रकृतिक रूप से हवा के आने जाने तथा आराम के लिए शांति के साथ एकांत की इच्छा होती है। लूवर्स कॉंच, टिंबर या प्लायवुड से बने होते हैं।
04. वायरगेज्डडोर
वायर गेज्ड डोर का घर में कीटों और मच्छरों को घुसने से रोकने के लिए किया जाता है। इस डोर को किचन, कैंटीन, खाद्यपदार्थ रखनेवाली आलमारी, रिफ्रेशमेंट रूम्स, होटल्स, मिठाई की दुकानों में लगाया जाता है।
दरवाजों के घटकों की व्यवस्था के आधार पर दरवाजों को निम्नलिखित तरीकों से वर्गीकृत किया गया है:
बैटेंड और लेज्ड डोर
बैटेंड, लेज्ड और ब्रेस्ड डोर
बैटेंड, लेज्ड और फ्रेम्ड डोर
बैटेंड, लेज्ड, फ्रेम्ड और ब्रेस्ड डोर
आजकल इस प्रकार के दरवाजों का उपयोग नहीं किया जाता क्योंकि लकडी आसानी से उपलब्ध नहीं है और ये बहुत ही महंगा है।
आजकल घर में फ्लश डोर, पैनल डोर और पीवीसी डोर का सबसे सामान्य रूप से उपयोग किया जाता है। इसीलिए दरवाजे घर को सुरक्षा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और वे आपके स्वास्थ्य की रक्षा भी करते हैं। बेशक इसका खुशनुमा रूप आपके मिजाज को हमेशा अच्छा बनाए रखेगा।
Mahadev Desai is the Founder and CEO of gharpedia.com and SDCPL a leading design consultancy firm having strong national presence. He has a degree in Civil Engineering (BE) and Law (LLB) and has rich experience of 45 years. Besides being the Editor in Chief, he also mentors team at GharPedia. He is associated with many professional bodies. He is also co-founder of 1mnt.in the first in Industry software for contractors’ billing. He is a voracious reader, edited 4 books, and pioneer of book reading movement in Gujarat, India.