इलेक्ट्रिक वॉटर हीटर बनाम गैस वॉटर हीटर बनाम सोलर वॉटर हीटर

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वॉटर हीटर घर में गरम पानी की व्यवस्था का एक अभिन्न हिस्सा हैं। हॉट वॉटर सिस्टम, पानी गरम करने में और गरम पानी को विभिन्न फिक्स्चर तक सुरक्षित रूप से पहुंचाने के लियेहोता है।पीने, स्नान करने, कपड़े धोने, साफ करने और खाना पकाने के लिये औसत प्रति व्यक्ति पानी का दैनिक उपयोग, जीवन स्तर पर निर्भर करता है लेकिन जलवायु के बावजूद यह जगह-जगह बदलता रहता है। एक घर में ऊर्जा की खपत में १५ से २५ प्रतिशत तक वॉटर हिटिंग का योगदान होता है। उचित ईंधन और वॉटर हीटरका प्रकार चुनकर पानी के हीटिंग की कीमत का प्रबंधन किया जा सकता है। वॉटर हीटर या तो विद्युत रूप से संचालित होते हैं या ईंधन (लकड़ी, लकड़ी का कोयला, गैस, तेल, सौर ऊर्जा) से संचालित होते हैं, यहाँ तक कि रिन्यूएबल यानी सौर ऊर्जा से भी संचालित हो सकते हैं। ऊर्जा के अपव्यय को कम करने और गरम पानी के उपयोग को अनुकूलित करने के लिये वॉटर हीटर को समझदारी से चुनना चाहिये।

इलेक्ट्रिक वॉटर हीटर VS नाम गैस वॉटर हीटर VS सोलर वॉटर हीटर

यहाँ हम इलेक्ट्रिक वॉटर हीटर, गैस वॉटर हीटर और सोलर वॉटर हीटर की तुलना करेंगे।

वॉटर हीटर के बारे में (About)

इलेक्ट्रिक वॉटर हीटर

इलेक्ट्रिकवॉटर हीटर स्टोरेज या इन्स्टंटेनस होते हैं, जो पानी को गरम करने के लिये बिजली का उपयोग करके घर में गरम पानी की आपूर्तिकरते हैं।

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गैस वॉटर हीटर

गैस वॉटर हीटरस्टोरेज या इन्स्टंटेनस प्रकार के होते हैं, जो नैचरल गैस या एलपीजी का उपयोग करकेघर में गरम  पानी  की आपूर्ति करते हैं।

सोलर वॉटर हीटर

सोलर वॉटर हीटर एक स्टोरेज टैंक वॉटर हीटर है जो घर में गरम पानी की आपूर्ति के लिये सूरज से ऊष्मा ऊर्जा का उपयोग करता है।

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सिद्धांत (Principle)

इलेक्ट्रिक वॉटर हीटर

विद्युत ऊर्जा को ऊष्म ऊर्जा में परिवर्तित किया जाता है।

गैस वॉटर हीटर

नैचरल गैस या एलपीजी को जलाया जाता है। इस दहन से ऊष्म ऊर्जा उत्पन्न होती है।

सोलर वॉटर हीटर

सूर्य से निकलने वाला प्रकाश विकिरण ऊष्म ऊर्जा में परिवर्तित हो जाता है। कलेक्टर प्लेट (पैनल) उनपर सूरज की किरणों को इकट्ठा करते हैं और उन्हें ऊष्म ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं। यह ऊष्म ऊर्जा फिर कलेक्टर प्लेटों के नीचे से गुजरनेवाले पानी में स्थानांतरित हो जाती है।

घटक (Components)

इलेक्ट्रिक वॉटर हीटर

स्टोरेज हीटर

  • इन्सूलेटेड स्टोरेज टैंक
  • हिटिंग एलिमेंट
  • पानीके कनेक्शन्स(प्रवेश/बहिद्वार)
  • थर्मोस्टेट

इन्स्टंटेनस हीटर

  • इन्सूलेटेड पात्र
  • हीट एक्सचेंजर
  • पानी के कनेक्शन्स

गैस वॉटर हीटर

स्टोरेज हीटर

  • इन्सूलेटेड स्टोरेज टैंक
  • बर्नर
  • ईंधन (नैचरल गैस या एलपीजी)
  • पानी के कनेक्शन
  • थर्मोस्टेट

इन्स्टंटेनस हीटर

  • इन्सूलेटेड पात्र
  • हीट एक्सचेंजर
  • बर्नर
  • ईंधन (नैचरल गैस या एलपीजी)
  • पानी के कनेक्शन

सोलर वॉटर हीटर

  • सौर ऊर्जा इकट्ठा करने के लिये कलेक्टर
  • गरम पानी के भंडारण के लिये इन्सूलेटेड स्टोरेज टैंक

फायदे (Advantages)

इलेक्ट्रिक वॉटर हीटर

  • कोई स्थानीय उत्सर्जननहीं।
  • कोई दहन नहीं इसलिये कार्बन मोनोऑक्साइड का कोईउत्सर्जन नहीं।
  • गैस लीक नहींहोती।
  • आसान इंस्टोलेशन।
  • खरीद और स्थापित करने के लिये कम खर्चीला।
  • सेटअप की कीमत कम होती है क्योंकि कोई वेंट पाइप की जरूरत नहींहोती  (ईंधन का कोई दहन नहीं)।
  • यह अधिक खाली स्थान पर खर्च से बचने के लिये छोटे स्थानों में सीमित किया जा सकता है।
  • यह विस्फोटसे सुरक्षित होता है।
  • यह प्रति घंटे संग्रहीत गर्मी का केवल १% खो देता है।
  • कम रखरखाव की आवश्यकता होती है।

गैस वॉटर हीटर

  • तुरंत गरमी प्रदान करता है।
  • गैससस्ता होने के कारण चलाने में सस्ता।
  • अन्य हीटर की तुलना में पानी तेजी से गरम होता है।
  • फ्लो रेट अधिकहोता है।
  • गरम पानी के लिये इंतजार कम कर देता है।
  • बड़े परिवारों के लिये अधिक उपयुक्त।
  • मरम्मत के लिये आसान।
  • जो गैस वॉटर हीटर बिजलीसे प्रज्वलितहोने के बजाय पायलट लाइट से प्रज्वलित होते हैं, वे बिजली की अनुपस्थिती में भी काम करेते हैं ।

सोलर वॉटर हीटर

  • सोलरहीटर बिजली के बिल में बचत करते हुए, मुफ्त प्राकृतिक संसाधन का उपयोग करते हैं।
  • सोलररिन्यूएबल और स्वच्छ ऊर्जा स्रोत है।
  • स्थापित करने में आसान और बहुत कम रखरखाव।
  • लगभग ८०% विकिरण, उष्म ऊर्जा में परिवर्तीत करने के लिये वे कार्यक्षम होते हैं।
  • ज्यादा समय तक बने रहते हैं।
  • बड़े परिवारों के लिये अधिक उपयुक्त।
  • कुछ जगहों पर रिन्यूएबल संसाधन (सूरज) का उपयोग करके उष्म ऊर्जा पैदा करने के लिये उपयोगकर्ता को सरकार द्वारा भुगतानदिया जाता है ।
  • बादलछाने पर भी पानी गरम होता है, क्योंकि हीटर पानी को गरम  करने के लिये वातावरण में विसरित ऊर्जा का उपयोग करता है।
  • बिजली कटौती के दौरान भी गरम  पानी उपलब्धहोता है।
यह भी पढ़े: सोलर वॉटर हीटर के लाभ बचत और भुगतान समय!

नुकसान (Disadvantages)

इलेक्ट्रिक वॉटर हीटर

  • संचालित करने केलिये महंगा।
  • पानी गरम करने में कुछ समय लगता है।
  • इसकाफ्लो रेट कम होता है।
  • शॉर्ट सर्किट या फ्यूज ब्लो-ऑफ का संभावित खतरा होता है।

गैस वॉटर हीटर

  • पायलट लाइट जलाने के लिये अतिरिक्त गैस बरबाद होती है।
  • अगर गैस पाइप नहीं होती है तो एलपीजी सिलेंडर और उचित वेंटिलेशन को समायोजित करने के लिये अतिरिक्त स्थान की आवश्यकता होती है।
  • कार्बन मोनोऑक्साइड का उत्सर्जन करता है।
  • गैस लिकेज के कारण गैस के खतरों की संभावना होती है।
  • इसके लिये कम से कम ६ – १८  इंच वेंटिलेशन की आवश्यकता होती है।
  • गैस वॉटर हीटर प्रति घंटे उनकी संग्रहीत गरमी का लगभग ३.५% खो देते हैं।
  • दहन प्रक्रिया के कारण अधिक रखरखाव की आवश्यकता होती है।
  • बर्नर और फ्लूजजंग और यांत्रिक क्षति के अधीन हैं।

सोलर वॉटर हीटर

  • सोलर वॉटर हीटर को स्थापित करने के लिये छत पर अतिरिक्त जगह की आवश्यकता होती है।
  • सोलर हीटर का कार्य करना सूर्य प्रकाश की उपलब्धता पर निर्भर करता है।
  • वार्षिक रखरखाव की आवश्यकता होती है।
  • साल भर गरम  पानी नहीं देता है। इसलिये बादल छाने पर बैकअप आवश्यक है।

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Image Courtesy: Image 1, Image 2

Author Bio

Nidhi Patel – Civil Engineer

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