‘वॉल पुट्टी’ अर्थात दीवारों पर लगाई जानी वाली पुट्टी काफी प्रचलित शब्द है जिसका उपयोग एक ऐसी सामग्री के रूप में किया जाता है जिसमें उच्च ढलनशीलता (प्लास्टिसिटी) होती है। इसकी बनावट मिट्टी-गारा या सने हुए आटे की तरह होती है। पुट्टी का इस्तेमाल एक सीलेन्ट या फिलर (अर्थात सील एवं भराई कार्य) के रूप में दीवारों पर रंग लगाने से पहले प्राइमर के तौर पर या पेंट प्राइमर की परिरक्षक उप-परतों के तौर पर आवासीय भवनों के निर्माण में किया जाता है।
रंग-रोगन से पहले दीवार की सतह के कठोरपन, रंग-रोगन के टिकाऊपन तथा मुलायम सतह प्राप्त करने के लिए दीवारों पर लगाई जाने वाली पुट्टी एक महत्वपूर्ण सामग्री है। यह पेंट का एक फाउन्डेशन है। इसलिए, इसे सही तरह मिश्रित कर, सतह तैयार कर, दीवारों पर लगाना काफी महत्वपूर्ण है।
01. सतह तैयार करना
- यह ध्यान रखें कि जिस सतह पर आप पुट्टी लगा रहे हैं, वह प्लास्टर युक्त हो या उस पर सीमेंट का प्लास्टर लगा हुआ हो।
- दीवार में नमी, फंगस, फुलाव, रिसाव आदि के लिए अलग उपचार किए जाने की आवश्यकता होती है।
- यह ध्यान दें कि जिस दीवार की सतह पर पुट्टी लगाई जानी है वह पूर्ण रूप से साफ हो। उसमें कोई धूल, कण, रंग-रोगन के कण, ग्रीस, तेल, मोमी तत्व तथा अन्य संदूषक पदार्थ न हों।
- रेगमाल, तारयुक्त ब्रश या पुट्टी ब्लेड से सतह को रगड़ कर उस पर चिपके हुए समस्त कणों व धब्बों को हटा दें।
- दीवार की सतह पर पर्याप्त पानी डालें ताकि उसमें नमी उभर आए और पुट्टी लगाने से पहले उसे सूखने दें। पुट्टी लगाने के समय पर इस बात का पूरा ध्यान रखें कि सतह पर नमी जरूर हो। सतह पर अत्यधिक पानी भी न डालें, क्योंकि उससे अधिक नमी जमा हो सकती है।
02. मिक्सिंग
- किसी बर्तन में आवश्यक मात्रा में या विनिर्माता के सुझाव के अनुसार 2:1 अनुपात में पानी के साथ पुट्टी को मिश्रित करें।
- हाथों से या किसी इलेक्ट्रिक मिक्सर से मिश्रण को लगभग 10-15 मिनटों तक हिलाएं-डुलाएं। इसे तब तक हिलाते रहें जब तक उसका रंग क्रीमी न हो जाए और वह एक पेस्ट की तरह गाढ़ा न हो जाए।
- मिक्सिंग के दौरान उसमें ढेला (लम्प्स) न बनने दें।
- उतना ही पुट्टी का मिश्रण तैयार करें जितना आप दो घंटों के भीतर लगा सकते हैं।
03. पुट्टी कैसे लगाएं
- पुट्टी लगाने से पहले प्राइमर की एक पुताई करें और इसे सूखने के लिए रातभर छोड़ दें। कुछ निर्माता पुट्टी लगाने से पहले प्राइमर का इस्तेमाल करने की सिफारिश करते हैं और कुछ नहीं करते हैं। निर्माता के सुझावों व सिफारिश का पालन करें क्योंकि उससे पुट्टी अच्छी गुणवत्ता की हो सकती है और इसी कारण उसके द्वारा सिफारिश की गई हो।
- पुट्टी ब्लेड/स्पैचुला/ट्रावल या कोई भी फिनिशिंग टूल का प्रयोग करते हुए पुट्टी का पहला कोट ‘’नीचे से ऊपर’’ की ओर करें।
- पहले कोट के बाद उसे 6 से 8 घंटों तक अच्छी तरह सूखने के लिए छोड़ दें।
- पहला कोट सूख जाने के बाद रेगमाल पेपर से हल्के हाथों से रगड़ें ताकि छोटे-छोटे कण हट जाएं।
- पहला कोट पूरा होने के बाद दीवार पर पुट्टी का दूसरा कोट करें।
- सतह को अच्छी तरह सूखने के लिए चार घंटों तक छोड़ दें। दूसरा कोट पूर्ण रूप से सूख जाने के बाद चमकीली सफेद सतह प्राप्त करने हेतु 500 नंबर से अधिक के सेंड पेपर की सहायता से असमतलता को हटाने के लिए सतह को हल्के हाथों से रगड़ें।
- पुट्टी के कोट की न्यूनतम मोटाई को अधिकतम 1.5 मि. मी. तक सीमित रखें। इससे अधिक मोटाई होने से पुट्टी की पकड़ कमजोर हो सकती है या उसमें दरार आ सकती है और वह झड़ सकती है।
- पुट्टी के कोट के सूखने का समय तापमान, नमीपन और पुट्टी की मोटाई (थिकनेस) पर निर्भर करता है। उदाहरण के लिए, सर्दियों और नमी वाले मौसम में तथा ज्यादा मोटाई की पुट्टी कोटिंग में सूखने में समय अधिक लगेगा।