एक निर्माण सामग्री के रूप में प्लाईवुड के गुण

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हर साल निर्माण उद्योग में नई निर्माण सामग्री की मांगहोती है।पारंपरिक निर्माण सामग्री के कारण आनेवाली समस्याओं को दूर करने के लिए शोधकर्ता और विशेषज्ञ लगातार नई सामग्रीयों की तलाश कर रहे हैं।निर्माण सामग्री में, प्लाईवुड, ध्यान आकर्षित करनेवाली सामग्रियों में से एक बन गया है, जिसने लकड़ी केव्यापार में एक परिवर्तन लाया है।आजकल, प्लाईवुड के लाभकारी गुणों के कारण, यह पारंपरिक सामग्रियों जैसे नैचरललकड़ी, ईंट, प्लास्टिक, आदि की तुलना में  सबसे अधिक मांगी जानेवाली निर्माण सामग्री बन गई है।प्लाईवुड मेंहलकापन, मजबूती  और लचीलेपन का एक अद्भुत मेल है। इसलिए, दुनिया भर में दिन-प्रतिदिन प्लाईवुडका व्यापार बढ़ रहा है।

प्लाईवुड क्या है?

प्लाईवुड एक इंजीनियर्ड लकड़ी है जो, लकड़ी के विनीयर्स (नैचरल लकड़ी का पतला टुकड़ा) की कई परतों को एक दुसरे के उपर रखकर बनाया जाता जाता है।

लकड़ी की तुलना में, प्लाईवुड सभी प्रदेशों में आसानी से और सरलता से उपलब्ध है।लकड़ी की कमी और क़ीमत के कारण, प्लाईवुड ने पिछले कुछ दशकों में निर्माण उद्योग में उच्च स्थान हासिल किया है। इंटिरियर डिजायनिंग के साथ साथ वास्तु निर्माण क्षेत्र में प्लाईवुड काइस्तेमाल होने के कारण वह दुनियाभर में एक प्रचलित निर्माण सामग्री बन गई है। प्लाईवुड के सर्वाधिक फायदे होने के कारण, दुनिया भर में कई कंपनियों ने सॉफ्ट, हार्ड, ट्रॉपीकल और डेकोरेटीव प्लाईवुड का उत्पादन शुरू कर दिया है। हम विभिन्न उपयोगों के लिए विभिन्न प्रकार के प्लाईवुड का इस्तेमाल करते हैं। स्ट्रक्चरल फ्रेमवर्क, दरवाजे, खिड़कियां, ड्राईवॉल/विभाजक दीवार, डेकोर आइटम आदि सहित घर बनाने से लेकर फर्नीचर बनाने में प्लाईवुड का उपयोग किया जाता है। कई अन्य कॉम्पोजीट शीट या पैनलमार्केट में उपलब्ध हैं, लेकिन फिर भी, विशेषज्ञ या बढ़ई प्लाईवुड के अंतर्निहित गुण जैसे मजबूती और टिकाऊपन, उपयोग की आसानी, किमत आदि के कारण प्लाईवुड पसंद करते हैं।

आइए हम एक-एक करके प्लाईवुड के गुणके बारे में समझते हैं और जानते हैं कि विशेषज्ञ निर्माण में इसकी सलाह क्यों देते हैं।

प्लाईवुड के गुण (Properties)

प्लाईवुड के गुण

01. सर्वाधिक मजबूती और आयामी स्थिरता

प्लाईवुड अपनी संरचनात्मक शक्ति को उस लकड़ी से प्राप्त करता है जिससे यह निर्मित होता है। यह प्लाईवुड की लॅमिनेटेड कन्स्ट्रकशन के द्वारा प्राप्त हुई गुणों के अतिरिक्त है। क्रॉस ग्रेनिंग(पतली प्लाई उसके ग्रेन के पैटर्न के आधार पर एक दूसरे के साथ समकोण पर चिपकी होती हैं) प्लाईवुड की परतों के विभाजन को रोकती हैं और एकसमान शक्ति के साथ साथ उसे स्थिरता भी देती हैं।नैचरल लकड़ी के विपरीत, नमी या आर्द्रता में बादलाव से अच्छी गुणवत्तावाले प्लाईवुड के आकार में बदलाव नहीं आता, अर्थात इसका विस्तार या संकुचन नहीं होता।यह प्लाईवुड का सबसे बड़ा लाभ है।

उपयोग: 

इसकी सर्वाधिक मजबूती और स्थिरता के कारण फ्लोरिंग, दीवार, पार्टीशन, फॉर्मवर्क, अलमारी, शेल्फ आदि के निर्माण में उपयोग किए जाने पर यह कॉस्ट इफेक्टिव साबीत होता है।

02. उच्च इम्पेक्टप्रतिरोध (High Impact Resistance)

प्लाईवुडमें बहुत ज्यादा टेन्साइल स्ट्रेन्थ होती है क्योंकी उसमें क्रॉस लेमिनेशन होता है, जो एक बड़े क्षेत्र पर फोर्स वितरित करता है और टेन्साइल स्ट्रैस को कम करता है। इसलिए, यह अपने निर्धारित भार से दोगुना ओवरलोडिंग सह सकता है।उपयोग: 

फ्लोरिंग या कॉंक्रीट फॉर्मवर्क में यह बहुत उपयोगी है।

यह विभिन्न इमारतों के फ्लोर के लिए उपयुक्त है, जिसमें ज्यादा घर्षणवाले काम के कारखानें भी शामिल है।

03. पैनल शियर या ब्रेस्ड पैनल शियर (Panel Shear or Braced Panels Shear)

बेखता एट अल (Bekhta, et al.) ने अपने “द इफेक्ट ऑफ केमिकल ट्रीटमेंट ऑफ वूड विनीयर सरफेसेस ऑन देअर बॉन्ड एबिलिटी’ नामक शोध पत्र में कहा है की नॉन-ट्रीटेड  विनीयर्स की तुलना में ट्रीटेड विनीयर्स से बनायाहुआ प्लाईवुड पैनल अधिक मजबूत होता  है।

विनीयर पर प्रक्रिया करने पर, सॉलिड वूड की तुलना में प्लाईवुड की शियर स्ट्रेन्थ लगबग दुगनी हो जाती है इसलिए लैटरल लोड का विरोध करने के लिये इसका उपयोग होता है।

उपयोग: 

यह गुण प्लाईवुड को पोर्टल फ्रेम में आधार के रूप में, ब्रेसिंग पैनल में और लकडी के फॅब्रीकेटेड बीम्स की रचना के लिये उपयुक्त बनाता है।

04. पानी और रासायनिक प्रतिरोध (Water and Chemical Resistance)

पतली प्लाई बनाते समय, विनीयर्स पर एक ऐसे पदार्थ कीप्रक्रिया की जाती है जो प्लाईवुड को पानी और रसायनों से अत्यधिक प्रतिरोधी बनाता है। हालाकि, इसमें नैचरल लकड़ी की तुलना में कम पानी और कम रासायनिक प्रतिरोध की क्षमता है।

उपयोग:

यह पानी और रसायन प्रतिरोधी है, इसलिए यह रासायनिक उद्योगों में अत्यधिक पसंद किया जाता है।

पानी और रसायनों का प्रतीरोध करने के लिए, प्लाईवुड पर अन्य रासायनिक कंपाऊंड और वॉटरप्रूफ ग्लू की प्रक्रिया की जाती है। इसे मरीन प्लाईवुड के नाम से जाना जाता है।

यह गुण मुख्य रूप से फर्नीचर, कॉँक्रीट फॉर्मवर्क और आउटडोर प्रोजेक्ट्स, गार्डन फर्नीचर जैसे टेबल, कुर्सियां, बेंच, सजावट, पोर्च, आर्बर, पर्गोलाज, प्लांटर्स आदि के लिए एक आदर्श सामग्री बनाता है। हालांकि, एक बात ध्यान में रखना जरूरी है कि सभी प्लाईवुड पानी प्रतिरोधी नहीं होते। हमें प्लाईवुड के उचित ग्रेड का इस्तेमाल करना चाहिये।

05. लचीलापन या लचक (Flexibility or Bendability)

लचीलापन या मुड़नेकी क्षमता, प्लाईवुड को नैचरल लकड़ी से अलग करता है। विशेष प्रकार के प्लाईवुड को,  तोडे बिना, आसानी से झुकाया जा सकता हैं। लकडी की तुलना में, हर आवश्यकता को पूरा करने के लिए प्लाईवुड का निर्माण किया जा सकता है।इसके अलावा, प्लाईवुड की मोटाई कुछ मिलीमीटर से कई इंच तक भिन्न होती है। इस्तेमाल किए जानेवाले विनीयर्स की संख्या भी तीन या उससे ज्यादा हो सकती है, जिससे प्लाईवुड शीट की मोटाई बढ़ जाती है।विनीयर्स की अतिरिक्त परतें प्लाईवुड को अधिक मजबूत बनाती हैं। विनीयर्स या विशेष रूप से ट्रीटेड विनीयर्स की कम संख्या प्लाईवुड को लचीला या अधिक मोड़दार बनाती है।

उपयोग:

प्लाईवुड के आकार और परिमाण में लचीलापन उसे लकड़ी की तुलाना में अधिक उपयुक्त सामग्री बनाता है।इस तरह के लचीले प्लाईवुड विशेष रूप से फर्नीचर बनाने के लिए उपयुक्त होते हैं जिनमें घुमावदार सतह हो सकते हैं।

मोटाई में लचीलापन प्लाईवुड को छत और पैनलिंग कार्य, घुमावदार फॉर्मवर्क आदि के लिए सक्षम बनाता है।

इसका उपयोग फर्निचर, सजावटी वस्तु, आदिको बनाने में भी किया जा सकता है।

06. अग्निरोधी (Fire Resistance)

प्लाईवुड पर आग प्रतिरोधी रासायनिक कोटिंग की प्रक्रिया की जा सकती है।उसे नॉन- कंबस्टीबल मटेरियल जैसे फायब्रस सीमेंट या प्लास्टरबोर्ड के साथ जोडा जा सकता है। यह रासायनिक कोटिंग ऑक्सीडेशन प्रक्रिया का प्रतिरोध करती है, जिससे आग के प्रसार को कम किया जाता है।

उपयोग:

यह गुण प्लाईवुड को अग्नि प्रतिरोधी संरचनाओं में इस्तेमाल के लिए उचित बनाता है।

07. नोइज और थर्मल इन्सुलेशन (Sound and Thermal Insulation)

किरिकेल विश्वविद्यालय के ओनुर उलकेर (Onur Ülker) द्वारा प्रकाशित,“वूड एढेसीव्ह अँड बॉंडिंग थीयरी” के अनुसार, प्लाईवुड के निर्माण के दौरान यूरीया फॉर्मालडीहाईड रेजीन एढेसीव्ह का उपयोग प्लाईवुड के थर्मल गुणों को बढ़ाता है।

प्लाईवुड के निर्माण के समय, विनीयर्स या कई सारी पतली प्लाई एक साथ रेजीन एढेसीव्ह से चिपकाई जाती हैं, जो इसे एक अच्छा थर्मल और नॉईज इन्सुलेटर बनाती हैं।प्लाईवुड के इन्सुलेशन की प्रक्रिया हीटिंग और कूलिंग कॉस्ट को काफी कम करती है।

उपयोग:

पश्चिमी देशों में, उच्च गर्मी प्रतिरोध की आवश्यकता के कारण, सीलिंग, फ्लोरिंग, रूफिंग और दीवार के काम के लिए इनशूलेटेड प्लाईवुड बेहतर है।अन्य नैचरल लकडी की तुलना में प्लाईवुड के उपयोग के लाभ:

  • जब आप नैचरल लकड़ी का इस्तेमाल करते हैं, तो लकड़ी के तुकडे की चौड़ाई सबसे बड़ी चुनौती होती है, क्योंकि यह पेड़ के तने से बड़ी नहीं हो सकती है। इसलिए जब भी आप दरवाजे या पार्टीशन के लिए एक बड़ी चौड़ाई की लकड़ी चाहते हैं, तो आपको जोड़ों को इस्तेमाल करना होगा।जोड़ों को बहुत कुशल कारीगरी की आवश्यकता होती है, ताकि पतली रेखाएं दिखाई न दें और साथ ही, वे तापमान और आर्द्रता के बादलाव के बाद भी अच्छे रहें। दूसरी ओर प्लाईवुड, विभिन्न मानक आकृतियों और आकारों में उपलब्ध है।
  • इसके अलावा, लकड़ी नमी के प्रति संवेदनशील होने के कारण, उसकेजोड़ों का विस्तार या संकुचन हो सकता है। प्लाईवुड का उपयोग करते समय नैचरल लकड़ी की इन समस्याओं को आसानी से दूर किया जा सकता है।
  • इसी तरह, नैचरल लकड़ी की मोटाई की भी एक सीमा है। । नैचरल लकड़ी एक निश्चित मोटाई से परे प्राप्त नहीं की जा सकती। प्लाईवुड ने इस समस्या का समाधान किया है। प्लाईवुड से बिना जोड़वाला एक बड़ा सतह बनाया जा सकता है, जिसमें नैचरल लकड़ी के विपरीत नमी से प्रभावित होने की संभावना नहीं है।
  • प्लाईवुड बड़े आकार में उपलब्ध है, जिससे हम फर्नीचर में जोड़ों को टाल सकते हैं जो प्राकृतिक लकड़ी में असंभव है।इसके अलावा, प्लाईवुड ८ फीट लंबाई तक उपलब्ध है। इसलिए, यह नैचरल लकड़ी की तुलना में किफायती है।
  • जोड़ों की कम संख्या के कारण, यह लकड़ी की तुलना में निर्माण की गती बढ़ाता है।
  • नैचरल लकड़ी की तुलना में इसे कम कुशल कारिगर की आवश्यकता होती है।
  • प्लईवुड को आसानी से पॉलिश या पेंट किया जा सकता है।
  • plywood.com के अनुसार,प्लाईवुड १० साल या इससे भी अधिक साल तक रह सकता है।हालांकि, अगर यह नमी या दीमक के संपर्क में आता है, तो इसकी गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है, और यह खराब हो सकता है।
  • प्लाईवुड की तुलना में नैचरल लकड़ी का जीवन अधिक है।

अंतिमविचार:विशेषज्ञइसके अद्वितीय गुणों के कारण प्लाईवुड का उपयोग करते हैं जैसे;

  • ज्यादा मजबूती और स्थिरता
  • इम्पेक्ट के प्रती उच्च प्रतिरोध
  • पानी, रसायन, आग और गर्मी का प्रतिरोध
  • आकार और मोटाई में लचीलापन इसे हर आवश्यकता के अनुकूल बनाता है
  • इसमें सिकुड़ना, विस्तारीत होना और मोड आने की संभावना नहीं होती
  • टिकाऊ
  • कॉस्ट इफेक्टिव
  • पर्यावरण को अनुकूल, लकड़ी के अपव्यय को कम करता है

इस प्रकार, प्लाईवुड एक बहुउपयोगी सामग्री है।प्लाईवुड की किमत उसके गुणों और उद्देश्य पर आधारित होती है। सामान्य इंटेरियर के कार्य में हम सामान्य प्लाईवुड का उपयोग कर सकते है जो कि किफायती है लेकिन पानी के प्रतिरोध जैसे विशिष्ट उद्देश्य के लिए, मानक जलरोधक प्लाईवुड का उपयोग करें जिसकी किमत सामान्य प्लाईवुड की तुलना में अधिक होगी।मार्केट में विभिन्न ग्रेड के प्लाईवुड उपलब्ध है, और अपनी आवश्यकता के आधार पर हमें उचित ग्रेड की प्लाईवुड को चुनना होगा। इसलिए, यदि आप फर्नीचर बनाने या घर बनाने की योजना बना रहे हैं, तो आप प्लाईवुड के बारे में जरूर सोचना!

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