गली ट्रेप (कुंडि का ट्रैप) क्या है?
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ट्रेप्स पाइप लाइन सिस्टम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। वह गंदी हवा, कीड़ों, और परोपजीवी को नालियों से इमारतों में आने से रोकता है और बीमारी के फैलाव को भी रोकता है। ट्रेप्स का निर्माण इस तरह किया जाता है कि वह पानी पर एक संग्रह को बनाए रखें जो पानी के सील के रूप में कार्य करता है। ट्रेप्स स्व-सफाई प्रकार के होने चाहिए। उन्हें उपलब्ध प्रवाह से पर्याप्त वेग उत्पन्न करना चाहिए, ताकि एक स्व-सफाई प्रभाव, एक मुलायम पूर्णता, और एक पूरा समरूप सूराख़ हो।
मल मार्ग, नालियों, वेस्ट-पाइप्स में से उत्पन्न होने वाली गंदी गेस घरों में घर से जोड़ने वाली पाइप्स के माध्यम से प्रवेश करके परेशानी पैदा कर सकती है, यदि उनके माध्यम की उपयुक्त उपकरणों द्वारा जांच ना की जाए। घरों के अंदर गंदी गैस को प्रवेश करने से रोकने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले साज-सामान को ट्रेप्स कहते हैं।
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बाहरी गंदे नाले से जोड़ने से पहले इमारत के बाहर एक गली ट्रेप (कुंडि का ट्रैप) प्रदान किया जाता है। वह रसोई सिंक, वोश-बेसिन, नहाने और धोने के क्षेत्र से भी गंदे पानी को एकत्रित करता हैं। पानी का सील प्रदान करके इमारत में गंदी गेस को प्रवेश करने से रोकने के लिए गली ट्रेप (कुंडि का ट्रैप) प्रदान किया जाता है। इसमें कम से कम 50 मिलीमीटर की गहराई का गहरा पानी का सील होता है और यह कीड़ों और खटमल को गंदी नाली के मार्ग से वेस्ट-वॉटरपाइप्स में प्रवेश करने से रोकता है।
संयुक्त पद्धति में, यानी कि जहां बारिश का पानी और इमारत की मल व्यवस्था एक ही जल निकास में बहती हो, वहां बारिश के पानी की नली को जल निकास के मार्ग से केवल गली ट्रैप्स से ही जोड़ा जाएगा।
गली ट्रेप (कुंडि का ट्रैप) की कुल गहराई 30 सेंटीमीटर से कम नहीं होनी चाहिए। पानी की गहराई 15 सेंटीमीटर से कम नहीं होनी चाहिए और उसमें कम से कम 50 मिलीमीटर का पानी का सील होना चाहिए। हर एक गली ट्रेप में 15 सेंटीमीटर × 15 सेंटीमीटर की एक कच्चे लोहे की जाली होनी चाहिए और उसे ईंट की पक्की चिनाई के कक्ष में सीमेंट कंक्रीट के आधार में सही ढंग से स्थापित किया जाना चाहिए। उस कक्ष को अच्छी तरह से प्लास्टर किया जाना चाहिए और उस ढांचे पर पानी और हवा से तंग सी.आई का ढक्कन लगाया जाना चाहिए जिस कामाप अंदर से 30 सेंटीमीटर ×30 सेंटीमीटर हो।
गली ट्रेप्स में बाथरूम, वॉशबेसिन, किचन सिंक, वगैरह से गंदा पानी आता है, जो उसे टॉयलेट के मलत्याग के साथ आगे मल मार्ग में धकेलता है। इसीलिए गली ट्रेप गंदे पानी की नाली को घर के मलमार्ग से अलग करता है। जब गली ट्रेप प्रदान किया गया हो, तब बाथरूम,वाशबेसिन और किचन सिंक के लिए अलग-अलग ट्रेप्स प्रदान करने की आवश्यकता नहीं होती है।
चोकिंग (प्रवाह मार्ग में अवरोध) से बचने के लिए गली ट्रेप को नित्य अंतराल पर साफ करना जरूरी है।
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