इमारत में विभिन्न रूप की दरारें ज्यादातर निर्माण के दौरान और/या पूरा होने के बाद पड़ती है। जब भी घटकों में तनाव इसकी ताकत से अधिक हो जाता है तो इमारत में दरारें विकसित होती है। बाहरी बल/भार के लागू होने पर इमारत के अवयवों में तनाव पैदा होता है।रीइन्फॉर्स कंक्रीट बीम में लगभग सभी प्रकार की दरारें, दरारों के कार्य से जुड़े मूल कारण या तंत्र से मूलरूप में परिभाषित होती है।
यहां हमने आपको आरसीसी बीम्स में पाई जाने वाली लगभग सभी प्रकार की दरारों का एक विवरण प्रदान करने का प्रयास किया है।
रीइन्फॉर्स कंक्रीट बीम्स में फ्लेक्शर दरारें (Flexural Cracks)
फ्लेक्शर शब्द का मतलब ‘मुड़ना’ भी होता है। रीइन्फॉर्स कंक्रीट बीम में क्रैकिंग झुकने के अधीन आमतौर पर तनाव के क्षेत्र में शुरू होती है, अर्थात बीम की निचली सतह में। थोड़े समय के लिए प्रबलित कंक्रीट बीम में फ्लेक्शरल दरारों की चौड़ाई सतह से स्टील तक संकीर्ण रह सकती है। हालांकि, निरंतर दबाव के तहत लंबी अवधि में दरारों की चौड़ाई बढ़ सकती है और पूरे मेम्बर में समान हो सकती है।
Courtesy - Gujarat Ambuja Cements Ltd.
01. रीइन्फॉर्स कंक्रीट बीम्स में फ्लेक्शर दरारें
मेंबर
- आर सी बीम
दरार का प्रकार
- रीइन्फॉर्स कंक्रीट बीम्स में फ्लेक्शर दरारें
महत्वपूर्ण लक्षण
- अधिकतम गुरुत्व क्षेत्र में उत्पत्ति (उपरोक्त छवि में यह क्षेत्र बीम के केंद्र में है, यह बीम कि आधार परिस्थिति के अनुसार बदलता है।)
- एकल या समूह में हो सकती है
- बीम के नीचे या शीर्ष पर अधिकतम चौड़ाई
मुमकिन कारण
- बीम की फ्लेक्शर क्षमता अपर्याप्त हो।
- जब बीम में सुदृढ़ीकरण या बीम का क्रॉस सेक्शन अपर्याप्त हो।
- यानी यह परिभाषित भार से अधिक लादा गया हो।
रीइन्फॉर्स कंक्रीट बीम में कतरनी (शियर) दरारें (Shear Cracks)
रीइन्फॉर्स कंक्रीट बीम में कतरनी (शियर) दरारें सख्त क्षेत्र में पड़ती है और आमतौर पर संरचनात्मक भार या हलन चलन के कारण होती है। इस प्रकार की दरारें तिरछी तनाव दरारों के रूप में बेहतर सचित्र होती है, जो फ्लेक्षरल (झुकने) और कतरनी असर के संयुक्त प्रभावों के कारण उत्पन्न होती है।
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02. रीइन्फॉर्स कंक्रीट बीम में कतरनी (शियर) दरारें
मेंबर
- आर सी बीम
दरार का प्रकार
- रीइन्फॉर्स कंक्रीट बीम में कतरनी (शियर) दरारें
महत्वपूर्ण लक्षण
- खंभों के निकट उत्पत्ति।
- एकल या समूह में हो सकती है।
- न्यूट्रल एक्सिस या बीम के निचले हिस्से में अधिकतम चौड़ाई।
मुमकिन कारण
- बीम की कतरनी क्षमता (शियर कैपेसिटी) अपर्याप्त हो।
- क्रॉस सेक्शन या मरोड़ने का सुदृढ़ीकरण अपर्याप्त।
- परिभाषित भार से अधिक वजन लादने पर यह दोनों उत्पन्न होते हैं।
रीइन्फॉर्स कंक्रीट बीम्स में टॉर्सनल (मरोड़दार) दरारें
आमतौर पर बीम मुड़ने और तेज बल के साथ टोर्सन के अधीन भी होते हैं। झुकाव और तेज बल तब पड़ता है जब भार मुड़ने की सतह पर सामान्य असर करता है। हालांकि, वह भार जो मुड़ने की सतह से दूर होता है, वह टोर्सनल गतिविधि का कारण बनता है।
Courtesy - Gujarat Ambuja Cements Ltd.
03. रीइन्फॉर्स कंक्रीट बीम्स में टॉर्सनल (मरोड़दार) दरारें
मेंबर
- आर सी बीम
दरार का प्रकार
- रीइन्फॉर्स कंक्रीट बीम्स में टॉर्सनल (मरोड़दार) दरारें
महत्वपूर्ण लक्षण
- अधिकतम मरोड़ के क्षेत्र के नजदीक उत्पत्ति।
- आमतौर पर एकल एक समान चौड़ाई। पूरे परिधि पर पेचदार रूप में दिखाई देती है।
मुमकिन कारण
- बीम की टोर्सनल ताकत अपर्याप्त है।
- क्रॉस-सेक्शन या टोर्सनल सुदृढ़ीकरण अपर्याप्त।
रीइन्फॉर्स कंक्रीट बीम्स में संक्षारण दरारें (Bond Cracks)
रीइन्फॉर्स कंक्रीट बीम्स में संक्षारण दरारें सुदृढ़ीकरण की रेखा के साथ–साथ चलती है। यह आमतौर पर कंक्रीट को सुदृढ़ सलाखों से अलग करती है। यह ज्यादातर पेंट के मलिनकिरण या जंग के दागों से व्यक्त होती है।
Courtesy - Gujarat Ambuja Cements Ltd.
04. रीइन्फॉर्स कंक्रीट बीम्स में संक्षारण दरारें
मेंबर
- आर सी बीम
दरार का प्रकार
- रीइन्फॉर्स कंक्रीट बीम्स में संक्षारण दरारें
महत्वपूर्ण लक्षण
- सुदृढ़ीकरण की रेखा पर होती है।
- आमतौर पर एक समान चौड़ाई।
मुमकिन कारण
- सुदृढ़ीकरण सलाखों और कंक्रीट के बीच का बंधन संतोषजनक ना हो।
- सलाखों पर जंग/अग्नि क्षति के कारण हो सकता है।
रीइन्फॉर्स कंक्रीट बीम्स में संकोचन दरारें (Shrinkage Cracks)
रीइन्फॉर्स कंक्रीट बीम्स में संकोचन दरारें दो चरणों के दौरान उत्पन्न होती है, एक है सख़्ती से पहले का चरण और दूसरा है सख्त चरण। सख़्ती से पहले के चरण में इस प्रकार की दरारों को प्लास्टिक संकोचन दरारें कहा जाता है और सख्त चरण में इन्हें शुष्क संकोचन दरारों के नाम से जाना जाता है। संकोचन दरारें तब पड़ती है जब ताजा कंक्रीट में तेजी से नमी की कमी हो जाए।
Courtesy - Gujarat Ambuja Cements Ltd.
05. रीइन्फॉर्स कंक्रीट बीम्स में संकोचन दरारें
मेंबर
- आर सी बीम
दरार का प्रकार
- रीइन्फॉर्स कंक्रीट बीम्स में संकोचन दरारें
महत्वपूर्ण लक्षण
- ना कोई नियमित पैटर्न या चौड़ाई और आमतौर पर सतही।
मुमकिन कारण
- संसाधन अपर्याप्त हो या पानी सीमेंट के अनुपात पर कोई नियंत्रण ना हो।
- अत्यधिक समृद्ध मिश्रण का उपयोग।
- संकोचन सुदृढ़ीकरण, अपर्याप्त हो।
रीइन्फॉर्स कंक्रीट बीम्स में फिसलती दरारें (Sliding Cracks)
नाजुक दरारों की बगल में फिसलने से होने वाली विकर्ण प्रकार की विफलता को फिसलने से होने वाली विफलता कहा जाता है और यह आमतौर पर खंभों के सहारे के किनारे पर दिखाई देती है। इस प्रकार की कंक्रीट दरारें तब दिखाई देती है जब कंक्रीट उसकी ताज़ा स्थिति में विक्षुब्ध हो जाए।
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06. रीइन्फॉर्स कंक्रीट बीम्स में फिसलती दरारें
मेंबर
- आर सी बीम
दरार का प्रकार
- रीइन्फॉर्स कंक्रीट बीम्स में फिसलती दरारें
महत्वपूर्ण लक्षण
- सहारें के किनारें पर लंबवत चलती है।
- बीम के निचले हिस्से में अधिकतम चौड़ाई।
मुमकिन कारण
- बीम में कंक्रीट उसकी प्रारंभिक अवस्था में विक्षुब्ध हो, जब पर्याप्त मजबूती सिद्ध ना की हो।
- शायद ढांचे को अपरिपक्व अवस्था में विक्षुब्ध किया हो या वक्त से पहले खुला कर दिया हो।
रीइन्फॉर्स कंक्रीट बीम्स में तनाव दरारें (Tension Cracks)
रीइन्फॉर्स कंक्रीट बीम्स में तनाव दरारें आमतौर पर संकोचन या वातावरण में तबदीली होने के कारण पड़ती है। तनाव दरारें आमतौर पर उन मेंबरों में दिखाई देती है जहां नियंत्रण लोंगीट्यूडनल चाल में प्रदान किया हो। आमतौर पर तनाव दरारें बीम के क्रॉस–सेक्शन की पूरी गहराई तक फैलती है।
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07. रीइन्फॉर्स कंक्रीट बीम्स में तनाव दरारें
मेंबर
- रीइन्फॉर्स कंक्रीट टाई
दरार का प्रकार
- रीइन्फॉर्स कंक्रीट बीम्स में तनाव दरारें
महत्वपूर्ण लक्षण
- पूरी परिधि पर दिखाई दे। आमतौर पर मेंबर की पूरी लंबाई में।
- एक दूसरे के समानांतर।
- समान रूप से देखी गई।
मुमकिन कारण
- तनाव वाले मेंबर की क्षमता अपर्याप्त हो।
- तन्यता मजबूती अपर्याप्त हो।
दरारें घर की सुरक्षा के लिए मुसीबत रूप है और आखिरकार आप को लंबे अरसे में तनाव में डाल सकती है।