स्टेयरकेस, अर्थात सीढ़ियां आपके घर की शोभा और खूबसूरती को बढ़ाती हैं, यदि उन्हें सावधानीपूर्वक डिजाइन और निर्मित किया गया हो! स्टेयरकेस में सीढिंयों का एक सेट होता है जिनसे घर की एक मंजिल से दूसरी मंजिल तक पहुंचा जाता है। इससे घर की अनेक मंजिलों तक शीघ्र और आसानी से पहुंचा जा सकता है। सीढ़ियां अनेक प्रकार की आकृति व रूप में, जैसे कि वुड, ग्लास, ब्रिक, आर.सी.सी., आदि में उपलब्ध होती हैं। जब ऊपरी मंजिलों में जाने या सामान ले जाने की दिशा में घुमाव होता है, अर्थात किसी वस्तु को ऊपर की ओर टेढ़ी दिशा में ले जाना होता है, तब घुमावदार सीढ़ी (टर्निंग स्टेयर) का इस्तेमाल किया जाता है। यहां हमने टर्निंग स्टेयर्स की संक्षिप्त सूचना और उसका वर्गीकरण किया है। किसी घर के मालिक को अपने घर की सीढ़ीयों को डिजाइन करने से पहले टर्निंग स्टेयर्स की पूरी जानकारी होनी चाहिए।
टर्निंग स्टेयर्स ऐसी सीढ़ियां होती हैं जो लैंडिंग या उसके बिना दूसरी दिशा में घूमती हैं। उनका वर्गीकरण निम्न प्रकार है:
टर्निंग स्टेयर्स वर्गीकरण
01. क्वार्टर टर्न स्टेयर्स
क्वार्टर टर्न स्टेयर्स अर्थात जो एक चौथाई दिशा तक घुमाव ले सकती हैं, चाहे दिशा बाईं ओर की हो या दाईं ओर की हो। एक चौथाई स्थान की लैंडिंग या विंडर उपलब्ध कराकर ऐसी सीढ़ियां अपनी दिशा को बाईं ओर या दाईं ओर (90 डिग्री तक) बदलती हैं। लैंडिंग विभिन्न स्थानों, जैसे कि भवन के धरातल, शीर्ष भाग, मध्य भाग, आदि में उपलब्ध हो सकती है ताकि सीढ़ीयों के अनेक रूप सृजित किए जा सकें। क्वार्टर टर्न स्टेयर्स को L आकृतिक सीढ़ियां भी कहते हैं।
Courtesy – Archiexpo
02. हाफ टर्न स्टेयर्स (डॉग-लैग्ड स्टेयर्स)
हाफ टर्न स्टेयर्स (डॉग-लैग्ड स्टेयर्स) अर्थात ऐसी सीढ़ियां जो आधी दिशा तक घुमाव ले सकती हैं। इस प्रकार की सीढ़ियां अपनी दिशा को बाईं ओर या दाईं ओर 180 डिग्री तक बदलती हैं। हाफ टर्न स्टेयर्स को U आकृतिक सीढ़ियां या डॉग-लैग्ड स्टेयर्स भी कहते हैं। उन्हें आर्किटेक्चरल प्लान में आसानी से शुमार किया जा सकता है। अपार्टमेंट, सार्वजनिक भवनों और कॉरपोरेट कार्यालयों में U आकृतिक सीढ़ीयों का इस्तेमाल आम तौर पर किया जाता है।
03. थ्री क्वार्टर टर्न स्टेयर्स
थ्री क्वार्टर टर्न स्टेयर्स, अर्थात ऐसी सीढ़ियां जो एक तिहाई दिशा तक घुमाव ले सकती हैं। इस प्रकार की सीढ़ियां अपनी दिशा को बाईं ओर या दाईं ओर 270 डिग्री तक बदलती हैं। दूसरे शब्दों में कहा जाए तो थ्री क्वार्टर टर्न स्टेयर्स एक मंजिल से दूसरी मंजिल तक पहुंचने से पहले अपनी दिशा को तीन बार बदलती हैं। थ्री क्वार्टर टर्न स्टेयर्स का सामान्य रूप से प्रयोग वहां किया जाता है जहां भवन की मंजिलों के बीच लंबवत दूरी अधिक होती है और सीढ़ीयों के लिए उपलब्ध स्थान लंबाई में अधिक होता है।
Courtesy – Homestratosphere
04. बाइफरकेटेड स्टेयर
इस प्रकार की सीढ़ीयों के निचले भाग में एक चौड़ी फ्लाइट होती है जो दो संकीर्ण फ्लाइट्स में विभाजित होती है – एक दाईं ओर तथा दूसरी बाईं ओर की दिशा में। बाइफरकेटेड स्टेयर्स तब अधिक उपयोगी होते हैं जब घर व भवन में स्थान कम होता है और उस पर अधिक संख्या में लोगों के आवागमन की उम्मीद होती है। बाइफरकेटेड स्टेयर्स आधुनिक सार्वजनिक भवनों, जैसे कि सिनेमा, थियेटर, कॉन्सर्ट हाल, आदि के लिए अधिक यथोचित है। बाइफरकेटेड स्टेयर्स को आम तौर पर सुखभोगी बंगलों में पाया जाता है।
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उपरोक्त में बताए गए प्रत्येक टर्निंग स्टेयर्स को निम्नलिखित उप-वर्गों में विभाजित किया जा सकता है:
(a) न्यूअल स्टेयर्स:
- न्यूअल स्टेयर्स ऐसी सीढ़ियां हैं जिसकी प्रत्येक फ्लाइट के शीर्ष और निचले भाग में न्यूअल होते हैं जिनकी विशिष्टताएं अपनी ओर ध्यान आकर्षक कराने वाली या आकर्षकता का अहसास कराती हैं।
(b) वेल और ओपन-न्यूअल स्टेयर्स:
- वेल और ओपन न्यूअल स्टेयर्स में, टर्निंग फ्लाइट्स के बीच पार्श्व स्थान (लेटरल स्पेस) खाली रहता है।
(c) जियोमैट्रिकल स्टेयर्स:
- जियोमैट्रिकल स्टेयर्स में निरंतर हैन्ड्रेल और स्ट्रिंग्ज होते हैं जिन्हें भौमितिक सिद्धांत के अनुसार स्थापित किया जाता है। ये गोलाकार, सर्पिल, घुमावदार या अंडाकार हो सकती हैं। इसमें न्यूअल का इस्तेमाल सीढ़ीयों के निचले और शीर्ष भाग पर किया जा सकता है जो निर्माण का आवश्यक भाग नहीं है। ये न्यूअल तुलनात्मक रूप से कमजोर होते हैं और ओपन न्यूवेल टाइप की तरह प्रभावकारी नहीं होते हैं।
टर्निंग स्टेयर्स को और अधिक आकर्षक बनाने के लिए विभिन्न प्रकार की सामग्रियों का उपयोग किया जा सकता है। इस प्रकार की सीढ़ीयों को आवासीय भवनों में आम तौर पर पाया जाता है!