कंक्रीट में अलगाव (सेग्रीगेशन) का मतलब है कंक्रीट मिश्रण के समरस ना होने से कंक्रीट के अवयवों (घटको) का अलग होना। कंक्रीट मिश्रण की एकजुटता का एक अच्छा चित्र Flow टेस्ट के द्वारा पाया जा सकता है। यदि कंक्रीट एकजुट नहीं है तो मिश्रण के बड़े कण अलग होकर किनारों की तरफ निकल आते हैं। दूसरे प्रकार का अलगाव (सेग्रीगेशन) तब होता है, जब कंक्रीट मिश्रण को मैले या गीले सतह पर लगाया जाता है। सीमेंट के कण कंक्रीट मिश्रण के मध्य से मोटे पदार्थ को पीछे छोड़ते हुए दूर निकल आते हैं। अलगाव (सेग्रीगेशन) को गुण-संबंधी शर्तों के आधार पर नहीं मापा जा सकता है, लेकिन एक निष्णात नजर के द्वारा ही पता लगाया जा सकता है।
अलगाव (सेग्रीगेशन) वाला कंक्रीट कम मजबूती वाला कंक्रीट होता है और उसमें तुलनात्मक रूप से दरारें और टपकन पड़ने की संभावना होती है। इसीलिए, अपने ढांचे को ज्यादा टिकाऊ बनाने के लिए कंक्रीट में अलगाव (सेग्रीगेशन) से बचना बहुत आवश्यक है।
कंक्रीट में अलगाव (सेग्रीगेशन) से बचने के लिए युक्तियां
अलगाव (सेग्रीगेशन) से बचने या उसे कम करने के लिए यहां कुछ युक्तियां दी गई है। वह निम्नानुसार है:
01. कंक्रीट मिश्रण को सही मात्रा के पानी में रूपांकित किया जाना चाहिए, अर्थात ना ही ज्यादा गीला और ना ही ज्यादा सूखा।
02. सुनिश्चित करें की कंक्रीट को कम से कम 2 मिनट के लिए transit मिश्रण में सही गति से ठीक से मिलाया जाए। प्रत्येक बैच में घटकों के पर्याप्त समानता में वितरण को ध्यान में रखते हुए नियमित रूप से मिश्रण यंत्र के कार्य को चेक करें।
03. कंक्रीट मिश्रण को सही ढंग से ट्रांसपोर्ट करें। कंक्रीट मिश्रण के ट्रांसपोर्ट के लिए सबसे छोटा रास्ता चुनें।
04. जितना जल्दी हो सके कंक्रीट को अपनी अंतिम स्थिति में लगाए। बड़ी ऊंचाईयों से कभी कंक्रीट ना करे।
05. Formwork जलरोधी होना चाहिए ताकि paste ढांचे से टपक न सके। Formwork को हिलाएं (वायब्रेट) ना करे।
06. कंक्रीट को बहने ना दे।
07. वाइब्रेटर का सही ढंग से उपयोग करें और वाइब्रेटर का उपयोग कभी भी कंक्रीट के ढेर को बड़े क्षेत्र में फैलाने के लिए ना करें।
08. कंक्रीट को बिल्कुल सही समय तक हिलाए – ना बहुत ज्यादा ना बहुत कम।
09. मिश्रण में रासायनिक सम्मिश्रण जैसे कि हवा बढाने वाले घटक का उपयोग करें। चढ़ी हुई हवा अलगाव (सेग्रीगेशन) के खतरे को कम करती है।
10. यदि कंक्रीट में अलगाव (सेग्रीगेशन) पाया जाता है, तो उसे समरस बनाने के लिए दोबारा मिश्रित किया जाना चाहिए।